google-साइट-सत्यापन: google00a0bd2a3382fed2.html TEch GYan

चीन से नाता तोड़ने के लिए लंदन में हेडक्वार्टर बना सकता है टिकटॉक, ब्रिटेन सरकार से चल रही है बातचीत

सोशल वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक अपना नया हेडक्वार्टर लंदन में बना सकता है। इस संबंध में टिकटॉक की ब्रिटेन सरकार से बातचीत चल रही है। इस मामले से वाकिफ एक सूत्र के हवाले से रॉयटर्स की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन से संबंध तोड़ने के लिए टिकटॉक यह कदम उठा रहा है। चीन से संबंध होने के कारण टिकटॉक को भारत समेत कई देशों में प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि प्रतिबंधों से निपटने के लिए टिकटॉक यह नई रणनीति अपना रहा है।

अन्य शहरोंके नाम पर भी विचार

सूत्रके मुताबिक, नया हेडक्वार्टर बनाने के लिए टिकटॉक लंदन समेत अन्य शहरों के नाम पर भी विचार कर रहा है। हालांकि, अभी तक किसी भी शहर के नाम पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि लंदन के अलावा अन्य किन शहरों के नाम पर विचार हो रहा है। लेकिन टिकटॉक ने इस साल अमेरिका के कैलिफोर्निया में हायरिंग तेज की है। इसमें वाल्ट डिज्नी के पूर्व को-एक्जीक्यूटिव पाउचिंग केविन मेयर का नाम भी शामिल है। मेयर को टिकटॉक का चीफ एक्जीक्यूटिव बनाया गया है।

अमेरिका में हो रही सख्त छानबीन

चीन से संबंध होने के कारण टिकटॉक को अमेरिका में सख्त छानबीन का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका को शक है कि चीन टिकटॉक पर यूजर्स का डेटा शेयर करने का दबाव बना सकता है। टिकटॉक का मालिकाना हक चीन की कंपनी बाइटडांस के पास है।

चीन के बाहर वर्कफोर्स बढ़ाने का अनुमान

सूत्र का कहना है कि कंपनी पिछले कई सप्ताह से अमेरिका पर फोकस कर रही है। लेकिन नया हेडक्वार्टर लंदन में बनाए जाने की भी काफी संभावनाएं हैं। सूत्र का अनुमान है कि टिकटॉक आने वाले वर्षों में चीन से बाहर लंदन समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर भी महत्वपूर्ण साइज में वर्कफोर्स बढ़ा सकता है।

अभी भी चल रही बातचीत

हाल ही में संडे टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा था कि लंदन में ग्लोबल हेडक्वार्टर बनाने को लेकर टिकटॉक की ब्रिटेन सरकार से बातचीत टूट गई है। हालांकि, सूत्रका कहना है कि ब्रिटेन सरकार और टिकटॉक के बीच अभी भी बातचीत चल रही है। हालांकि, टिकटॉक ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

भारत ने टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया

लद्दाख की गलवान घाटी में सीमा विवाद के बाद भारत ने चीन की कंपनियों पर सख्त रूख अपनाया है। भारत सरकार ने चीनी कंपनियों के टिकटॉक, वीचैट समेत 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
टिकटॉक आने वाले वर्षों में चीन से बाहर लंदन समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर भी महत्वपूर्ण साइज में वर्कफोर्स बढ़ा सकता है।


https://ift.tt/30rl73C
https://ift.tt/2ZEWbGG

वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में स्मार्टफोन मार्केट करीबन 50% घटा, बावजूद शाओमी, विवो टॉप पर

कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते स्मार्टफोन की बिक्री पर काफी असर देखने को मिला है। देशव्यापी लॉकडाउन ने स्मार्टफोन मार्केट को लगभग आधा कर दिया है। बावजूद इसके चाइना ब्रांड विवो और शाओमी बाजार हिस्सेदारी के मामले में टॉप पर हैं।
मार्केट एनालिस्ट रिसर्च फर्म कैनालिस (Canalys) के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में स्मार्टफोन शिपमेंट 48 फीसदी गिरकर 17.3 मिलियन यूनिट ही रह गया।

पहली तिमाही में 12% वृद्धि देखी गई थी

वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में स्मार्टफोन के शिपमेंट में गिरावट दर्ज की गई है जबकि पहली तिमाही में यह 12 प्रतिशत बढ़कर 33.5 मिलियन यूनिट रही है। हालांकि कैनलेज का अनुमान था कि शिपमेंट दूसरी तिमाही में लॉकडाउन की वजह से घट सकता है।

लॉकडाउन में प्रोडक्शन प्रभावित रहा

रिपोर्ट के मुताबिक, लॉकडाउन के दौरान स्मार्टफोन कंपनियों व विक्रेताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। ऐसे में जहां एक तरफ प्रोडक्शन कम हुआ, वहीं दूसरी तरफ ऑनलाइन और ऑफलाइन रिटेलर्स को भी फोन बेचने से मना कर दिया गया था।

चीनी ब्रांड शाओमी का टॉप स्थान बरकार

स्मार्टफोन मार्केट आधा होने के बावजूद चीनी ब्रांड शाओमी (Xiaomi)टॉप स्थान पर है। शाओमी के पैकिंग ऑर्डर में बड़ा बदलाव नहीं आया है। हालांकि, चाइनीज ब्रांड शाओमी टॉप पोजीशन पर रहा है। इसकी बाजार हिस्सेदारी 30.9 प्रतिशत रही है। दूसरी तिमाही में रियलमी की हिस्सेदारी 1.7 प्रतिशत गिरकर चौथे पोजीशन पर आ गई है। इसकी जगह पर तीसरे नंबर पर ओपो आ गया है। शाओमी के शिपमेंट वोल्यूम में 10.3 मिलियन की गिरावट 2020 की पहली तिमाही में आई है।दूसरी तिमाही में यह 5.3 मिलियन रही है।

विवो में 3.7 मिलियन यूनिट की कमी आई है और यह 6.7 मिलियन रहा है। इसी तरह सैमसंग की यूनिट 6.3 मिलियन से गिरकर 2.9 मिलियन पर आ गई है। रिलय मी की यूनिट 3.9 मिलियन से घटकर 1.7 मिलियन और ओपो की 3.5 मिलियन से घटकर 2.2 मिलियन रही है।

उधर दूसरी ओर खबर है कि चीन के इलेक्ट्रॉनिक ब्रांड विवो, शाओमी और ओपो, वन प्लस अपनी मार्केटिंग और एडवर्टाइजिंग खर्च की समीक्षा कर रहे हैं। ये सभी त्यौहारी सीजन में निवेश और खर्च की योजना बना रहे हैं। ये सभी लोकल प्रोडक्शन पर फोकस कर रहे हैं और मेक इन इंडिया को हाइलाइट कर एडवर्टाइजिंग अभियान शुरू करेंगे। प्रोडक्ट की पैकेजिंग भी बदल देंगे। ये सभी ब्रांड नए मॉडल्स और नई कैटिगरी में इंट्री कर रहे हैं। विवो का एडवर्टाइज नए मॉडल पर होगा। यह अखबारों, टेलीविजन पर होगा। हेयर ब्रांड दक्षिण भारत के ओणम त्यौहार पर फोकस कर रहा है। भारत में चीन के स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक ब्रांड सालाना 2,500 करोड़ रुपए एडवर्टाइज पर खर्च करते हैं। स्मार्टफोन में इनकी बाजार हिस्सेदारी 80 प्रतिशत है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
लॉकडाउन के दौरान स्मार्टफोन कंपनियों व विक्रेताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।


https://ift.tt/3jeUzel
https://ift.tt/2Cg4YpJ

अमेजन पर आज रात से ऐपल डेज सेल शुरू, सस्ते में आईफोन, आईपैड और ऐपल वॉच खरीदने का है शानदार मौका, 25 जुलाई तक मिलेगी भारी छूट

दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon)पर आज रात से ऐपल डेज सेल शुरू हो रहा है। अमेजन का यह सेल 25 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान ग्राहकों को आईफोन 11 सीरीज और आईफोन 8 प्लस जैसे नए और पुराने दोनों ही मॉडल्स पर छूट का फायदा मिलेगा। इसके अलावा ग्राहकों को ऐपल आई पैड सीरीज और ऐपल वॉच सीरीज पर भी डिस्काउंट मिलेगा।

अमेजन के मुताबिक, प्रोडक्ट्स के साथ कई बैंक ऑफर्स जैसे नो-कॉस्ट ईएमआई और एचडीएफसी बैंक डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स के साथ एडिशनल डिस्काउंट ग्राहकों को मिलेगा।

जानिए किस Iphoneपर कितने तक की छूट मिलेगी-

  • अमेजन ऐपल डेज सेल के तहत ग्राहक आईफोन 11 के 64GB वेरिएंट को 68,300 रुपए की जगह 62,900 रुपए में खरीद सकते हैं। यानी ग्राहकों को इसमें 5,400 रुपए की छूट का फायदा मिलेगा।
  • आईफोन-11 प्रो और आईफोन-11 प्रो मैक्स पर भी भारी छूट मिलेगी। प्राइस डिस्काउंट की जानकारी नहीं दी गई है लेकिन ग्राहक को HDFC बैंक डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए 4000 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा।
  • आईफोन-7 सीरीज की बात की जाए तो इसपर भी आकर्षक छूट मिलेगी। वहीं, आईफोन-8 प्लस 64GB को आप 41,500 रुपए में खरीद पाएंगे। बता दें कि इसकी मौजूदा कीमत 41,900 रुपए है।

ऐपल आईपैड सीरीज पर 5,000 रुपए तक का डिस्काउंट

ऐपल डेज सेल के दौरान ऐपल आईपैड सीरीज पर 5,000 रुपए तक के डिस्काउंट मिल सकता है। वहीं ऐपल वॉच सीरीज पर ग्राहक HDFC बैंक डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए 1,000 रुपये के फ्लैट डिस्काउंट का फायदा उठा पाएंगे। वहीं ऐपल MacBook Pro की बात की जाए तो HDFC बैंक कार्ड होल्डर्स को 7,000 रुपए का इंस्टैंट डिस्काउंट मिलेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
प्रोडक्ट्स के साथ कई बैंक ऑफर्स जैसे नो-कॉस्ट ईएमआई और एचडीएफसी बैंक डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स के साथ एडिशनल डिस्काउंट ग्राहकों को मिलेगा।


https://ift.tt/30okCHl
https://ift.tt/32tYq1i

बारिश के सीजन में फोन को वाटरप्रूफ बनाने के 3 तरीके, पानी के साथ धूल और मिट्टी से भी रहेगा सेफ

बारिश का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे में घर से बाहर निकलते समय सबसे ज्यादा ध्यान फोन का रखना होता है, क्योंकि आपका फोन वाटरप्रूफ नहीं है तब पानी की वजह से वो खराब हो सकता है। हालांकि, फोन को कुछ टिप्स और प्रोडक्ट की मदद से वाटरप्रूफ बनाया जा सकता है।

1. वाटरप्रूफ केस का इस्तेमाल

कई बार तो सेफ्टी के बाद भी फोन में पानी चला जाता है। ऐसे में जरूरी है कि यूजर के पास एक ऐसा स्मार्ट कवर हो जो फोन को वाटरप्रूफ बना दे। हम जिन कवर्स के बारे में बता रहे हैं वे बारिश में फोन को पूरी तरह सेफ रखेंगे। वाररप्रूफ केस भी हार्ड केस और सॉफ्ट केस में आते हैं।

इस केस की खासियत

  • इन कवर्स की खास बात होती है कि ये फोन के साथ कम्फर्टेबल होते हैं।
  • इनमें फीचर फोन के साथ स्मार्टफोन भी आसानी से आ जाते हैं।
  • यूजर इन कवर्स में फोन को रखकर बारिश के साथ स्विमिंग पूल में भी जा सकते हैं।
  • इन्हें इस तरह से डिजाइन किया गया है कि फोन के किसी भी पार्ट में पानी ने जाए।

कीमत : 200 से 1000 रुपए तक

कवर के फायदे : इन केस में स्मार्टफोन का आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। फोन के सभी तरह के बटन, कंट्रोल और दूसरे पोर्ट के लिए इनमें एक्सेस होता है। ये वाटरप्रूफ होने के साथ शॉकप्रूफ और डस्टप्रूफ भी होते हैं।

कवर के नुकसान : यदि कवर हार्ड मटेरियल में है तब वो भारी हो सकता है, या फिर उसका साइज इतना बड़ा हो जाएगा कि फोन को जेब में आसानी से नहीं रख पाएंगे। कॉल की आवाज कम हो जाएगी।

नोट : वाटरप्रूफ कवर का इस्तेमाल बारिश के दौरान ही करना चाहिए। फोन को हमेशा ऐसे कवर में नहीं रखना चाहिए।

2. नैनो कोटिंग (वाटर रेजिस्टेंस)

नैनो कोटिंग एक हाइड्रोफोबिक लिक्विड होता है, जो अपनी सतह पर पानी को टिकन नहीं देता। इसका उपयोग वाटप्रूफ इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम पर किया जाता है, क्योंकि इसकी वजह से पानी डिवाइस के अंदर नहीं जा पाता। हालांकि, इस कोटिंग से फोन वाटरप्रूफ नहीं बनाता, बल्कि उसे हल्की बारिश, बूंदों से बचाया जा सकता है। नैनो कोटिंग को फोन के ऊपर से आसान से रगड़कर हटाया जा सकता है।

कीमत : 500 से 1000 रुपए तक

नैनो कोटिंग के फायदे : इस कोटिंग के इस्तेमाल से फोन को कोई नुकसान नहीं पहुंचता। यानी फोन की स्क्रीन पर इस कोटिंग को लगाने से वो पहले जैसा ही काम करती है।

नैनो कोटिंग के नुकसान : इस लगाने के बाद फोन को पानी में डुबोने की गलती नहीं करें। ये शॉकप्रूफ नहीं होती। फोन की स्क्रीन की ब्राइटनेस काफी कम हो जाती है।

नोट : ये फोन को डेली पानी के छींटे, डस्ट से बचाती है। अच्छी क्वालिटी की कोटिंग की लाइफ 6 महीने तक होती है।

3. वाटरप्रूफ फोन स्किन

फोन को वाटरप्रूफ बनाने का ये सबसे सस्ता तरीका है। वाटरप्रूफ फोन स्किन एक पतली चिपकाने वाली फिल्म होती है, जो फोन पर डायरेक्ट लगाई जा जाती है। स्किन में फोन को फिक्स करने के बाद पीछे की तरफ से कवर कर दिया जाता है। हालांकि, ये स्थाई समाधान नहीं होता है और इसे कुछ दिन ही इस्तेमाल कर पाते हैं।

कीमत : 200 से 2000 रुपए तक

वाटरप्रूफ स्किन के फायदे : सस्ती होती है और किसी भी नॉर्मल फोन के साथ इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

वाटरप्रूफ स्किन के नुकसान : फोन चार्ज करने के लिए स्किन को हटाना पड़ता है। साउंड क्वालिटी खराब हो जाती है। सीमित समय तक ही इस्तेमाल कर सकते हैं।

नोट : डेली के लिक्विड डेमेज से फोन को बचाता है। पानी के साथ धूल और मिट्टी से भी फोन को सेफ रखता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Smartphone Tips: How to Make Your Phone Waterproof & What Mistakes to Avoid in Raining Season


https://ift.tt/2ZFTSmP
https://ift.tt/399NreT

लाॅकडाउन के दौरान मेट्रो सिटी में बढ़ी 50% साइकिल की डिमांड, कंपनियों के पास स्टॉक खत्म, पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल से बचने से लेकर जिम का विकल्प के तौर पर किया जा रहा इस्तेमाल

कोरोना संकट और लॉकडाउन के बाद जहां कारोबार पटरी पर वापस आने के लिए संघर्ष कर रहा है वहीं साइकिल इंडस्ट्री तेजी से रिकवर कर रही है। मई और जून में साइकिल की मांग में 50 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। साइकिल की डिमांड इतनी बढ़ गई है कि अब साइकिल की दुकानों पर तेजी से स्टॉक खत्म हो रहा है। ऑल इंडिया साइकिल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) के अनुसार, मांग में तेजी लेकिन सीमित प्रोडक्शन के कारण मैन्यूफैक्चर्स डिमांड को पूरा करने में असमर्थ हैं।

कई वजहों से साइकिल की डिमांड में तेजी देखी गई है

हीरो मोटर्स कंपनी के चेयरमैन पंकज एम मुंजाल ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कई वजहों से साइकिल की डिमांड में तेजी देखी गई है। कोरोना के डर से लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल से बच रहे हैं। कोई पब्लिक ट्रांसपोर्ट न खुलने की वजह से साइकिल चला रहा है तो कोई इसे जिम का विकल्प मान रहा है और इस सब से ऊपर है कोरोना का डर।

वहीं, एक अन्य साइकिल व्यापारी ने कहा है कि उनकी दुकान में अब बहुत ही कम स्टाॅक बचा है, सारी बिक चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हमने सोचा नहीं था कि कोरोना टाइम में साइकिल की डिमांड बढ़ जाएगी।

जून में 8.5 लाख यूनिट्स का उत्पादन किया गया है

एसीएमए के महासचिव केबी ठाकुर ने कहा कि मई में आर्गनाइज्ड सेक्टर के कारोबारियों ने 35 फीसदी वर्कफोर्स के साथ काम करके लगभग 4.5 लाख साइकिल का निर्माण किया है। जून में इंडस्ट्री ने 65% क्षमता का उपयोग करके 8.5 लाख यूनिट्स का उत्पादन किया।

साइकिल निर्माताओं ने सभी कैटेगरी की मांग में वृद्धि देखी है। मेट्रो शहरों में 50% तक की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि प्रीमियम, अर्ध-प्रीमियम और मनोरंजक बाइक कैटेगरी में हुई है। इसका मतलब है कि शहरी ग्राहक ज्यादा साइकिल का उपयोग कर रहे हैं।

फिटनेस टूल के रूप में साइकिल चला रहे हैं लोग

मनोरंजक बाइकिंग में भी एक बड़ा उछाल देखा गया है क्योंकि बहुत से लोग फिटनेस टूल के रूप में साइकिल चला रहे हैं। कोविड महामारी के कारण जिमका बंद होना भी लोगों को साइकिल में निवेश करने के लिए प्रेरित करता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ऑल इंडिया साइकिल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) के अनुसार, मांग में तेजी लेकिन सीमित प्रोडक्शन के कारण मैन्यूफैक्चर्स डिमांड को पूरा करने में असमर्थ हैं।


https://ift.tt/2CJ6ksW
https://ift.tt/3hgdALU

Samsung Galaxy M31s Sale in India to Begin on August 6, 6000mAh Battery, Infinity O Display, More Tipped

Samsung is reportedly working on launching a new mid-range Galaxy M-series smartphone in India soon. The Samsung Galaxy M31s is said to launch by the end of July 2020 in the country. So far, we have not been able to find out the exact launch date of the device. That being said, we now have a leak, which suggests that the Samsung Galaxy M31s will go on sale in India on August 6, 2020. The Samsung Galaxy M31s will be sold in India via Amazon.in and Samsung’s own retail stores across the country. The source has also showcased a render image of the rear of the Samsung Galaxy M31s, which suggests some of its design characteristics. Take a look at the Samsung Galaxy M31s smartphone and find out what it has in store for us.

Samsung Galaxy M31s: What we know so far

Samsung-galaxy-m31s-india-launch-date-august-6

The leak has popped up on the internet courtesy of an exclusive report by 91mobiles. As per the leak, the Samsung Galaxy M31s will start its sales journey from August 6 in India. The folks have also shared a render image of the rear of the device, which showcases an L-shaped camera module accompanied by an LED flash. The camera module will sit inside a rectangular bump.

Other than the camera setup, the rear of the Samsung Galaxy M31s will make space for the Samsung logo and the rest of the back is vacant. This, added to an earlier leak which suggests the presence of an AMOLED panel, leads us to believe that the Samsung Galaxy M31s will likely feature an under-display fingerprint scanner.

Coming to the specifications of the device, the Samsung Galaxy M31s is said to be powered by an Exynos 9611 processor, which is likely to come paired with 6GB of RAM and 64GB of internal storage with scope for further expansion. Software-wise, the Samsung Galaxy M31s will ship with the latest Android 10 OS out of the box with the company’s in-house One UI skin baked on top of it.

Coming to the cameras of the device, the Samsung Galaxy M31s is tipped to sport a 64MP primary lens, an 8MP ultra-wide lens, a 5MP depth sensor, and a 5MP macro lens at the back. At the front, the device is said to come with a centrally-aligned single punch-hole selfie shooter. As far as the battery of the device is concerned, the Samsung Galaxy M31s is reportedly going to feature a humongous 6,000mAh battery with support for 15W fast charging.

What are your thoughts on the upcoming Samsung Galaxy M31s? Do let us know in the comments section below.

The post Samsung Galaxy M31s Sale in India to Begin on August 6, 6000mAh Battery, Infinity O Display, More Tipped appeared first on MySmartPrice.



from MySmartPrice https://ift.tt/2WvcwvG
via IFTTT

डिवाइस की कीमत के बजाए कॉन्फिगरेशन देखें, कस्टमर रिव्यूज से जाने प्रोडक्ट की क्वालिटी; जानिए ध्यान रखने वाली 5 अहम बातें

ब्रायन एक्स चेन. आज के दौर में हम जब भी कोई गैजेट खरीदते हैं तो शायद ही सोचते हैं कि यह कितने दिन टिकेगा। हम उम्मीद करते हैं कि स्मार्टफोन या लैपटॉप का उपयोग तब तक करेंगे,जब तक इसकी बैट्री खत्म नहीं हो जाती या कोई जरूरी सॉफ्टवेयर काम करना बंद न कर दे। किसी न किसी मौके पर हमें लगता है कि हमें अपग्रेड करना होगा। हमारे पास लेटेस्ट कैमरा, तेज काम करने वाली एप्स और बेहतर स्क्रीन होनी चाहिए। हालांकि, यह सब माहौल मार्केटिंग प्रोफेशनल्स का बनाया हुआ है।

सच्चाई यह है कि फोन, कंप्यूटर या टैबलेट जैसे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स सालों तक चल सकते हैं। हमें इसके लिए बस थोड़ी रिसर्च की जरूरत होगी। अब जब हालात आर्थिक संकट वाले बन गए हैं तो यह उपाय काफी जरूरी भी हो गए हैं।

अपनी जरूरत को पहचानें
सस्टेनेबिलिटी कंसोर्टियम में टेक्निकल डेवलपमेंट एंड इनोवेशन के डायरेक्टर कैरोल मार्स के मुताबिक, यह खरीदने की बात है कि आपको क्या चाहिए, न कि कंपनी आपको आपकी जरूरत बताएं। रणनीति के लिहाज से ज्यादा शेल्फ लाइफ वाले टेक चुनना सही नहीं है।

ऐसे ही कुछ सवाल जो आपको टेक चुनने में मदद करेंगे
क्या इसे रिपेयर कराना आसान है?

  • खरीदने से पहले पता करें कि आपका प्रोफेशनल इसे आसानी से सुधार सकता है या नहीं। फिक्सर्स कलेक्टिव के लिए काम करने वाले विंसेंट लाई के मुताबिक इन तरीकों से आप पता कर सकते हैं कि गैजेट सुधर पाएगा या नहीं।

आईफिक्सिट वेबसाइट की मदद लें

यह वेबसाइट आसान रिपेयर पर अपना एनालिसिस देती है। अगर किसी प्रोडक्ट का स्कोर 10 आता है तो इस डिवाइस पर विचार किया जा सकता है।

पता करें कि स्थानीय टेक्नीशियन्स डिवाइस सुधार सकते हैं या नहीं
कई पेशेवर लोकप्रिय ब्रांड्स सुधारते हैं और इनके पार्ट्स भी मौजूद होते हैं। अगर आप किसी कम लोकप्रिय ब्रांड की डिवाइस इस्तेमाल कर रहे हैं तो पहले इसकी सर्विस के बारे में पता कर लें।

क्या बैट्री बदली जा सकती है?
बैट्री का बदला जाना किसी प्रोडक्ट के टिकाऊ होने के साफ संकेतों में से एक है। बिना वायर के काम करने वाले गैजेट्स को पावर लीथियम आयन बैट्री से मिलती है, जो खराब होने से पहले तय संख्या तक ही चार्ज हो सकती हैं।

  • ज्यादातर फोन और लैपटॉप्स में ऐसी बैट्री होती है, जिन्हें प्रोफेशनल्स बदल देते हैं। इसके अलावा कई प्रोडक्ट होते हैं, जिनके कंपोनेंट चिपके होते हैं और सील्ड होते हैं। ऐसे में इनकी बैट्री को रिप्लेस करना नामुमकिन हो जाता है।
  • वायरलैस इयरफोन्स इसके उदाहरण हैं। एक बार बैट्री के खराब होने के बाद आपको नए ईयरफोन्स लेने होंगे। अगर आप कोई बैट्री प्रोडक्ट लेने का विचार कर रहे हैं तो इंटरनेट पर रिप्लेसमेंट के बारे में पता कर लें।

क्या प्रोडक्ट भरोसेमंद है?

  • घरेलू उपकरणों की तरह टेक प्रोडक्ट्स में भी असफल दर होती है। यह दर आपको ब्रांड के भरोसेमंद होने का एहसास कराती हैं। कंज्यूमर रिपोर्ट्स सर्वे की मदद से घरेलू उपकरणों के साथ-साथ स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट, टीवी और प्रिंटर्स का रीलाइअबिलटी डाटा भी जुटाती हैं।
  • लाई वेब फोरम्स पढ़ने की सलाह देते हैं। अगर ज्यादा कस्टमर्स ने इसमें परेशानियां बताईं हैं तो इस पर विचार करें।

क्या मुझे ज्यादा खर्च करना चाहिए?

  • किसी प्रोडक्ट को देर तक चलाने के विचार के साथ आपको सबसे महंगी डिवाइस खरीदने की जरूरत नहीं है। हालांकि वायरकटर के सीनियर स्टाफ राइटर निक गाय के मुताबिक, इसका मतलब है उन कॉन्फिग्यूरेशन्स में पैसा इनवेस्ट करना जो आपको लंबे वक्त तक खुश रखें।
  • अगर आपने ज्यादा खर्च करने के प्लान को बदल दिया है तो भी एक रास्ता है। डॉक्टर मार्स के अनुसार, आप इसी तरह का रीफर्बिश्ड प्रोडक्ट्स देख सकते हैं।

क्या सॉफ्टवेयर अपडेट करना आसान है?

  • कई मॉडर्न गैजेट्स में उनकी उम्र के मामले में सॉफ्टवेयर अहम भूमिका निभाते हैं। कंपनी जब सॉफ्टवेयर अपडेट्स देना बंद कर देती हैं तो आप डिवाइस में परेशानी की उम्मीद कर सकते हैं। उदाहरण के लिए एप्स का ठीक से काम न करना।
  • इस मामले में आइफोन एंड्रॉयड से आगे है। एप्पल जब भी आईफोन के लिए नया ऑपरेटिंग सिस्टम रिलीज करता है तो आमतौर पर यह पांच साल पुराने फोन में भी काम करता है। इसका मतलब अगर आप आईफोन खरीदते हैं तो हो सकता है अगले पांच साल तक आपको नए फीचर्स और स्टेबिलिटी मिलती रहे।

क्या यह आपकी मुश्किल आसान कर रहे हैं?

  • कई सारे स्मार्ट होम गैजेट्स काफी तरह के फायदे देते हैं, जैसे- कैमरे वाला फ्रिज जो दूध की कमी होने पर आपको अलर्ट भेज देगा। याद रखें कि स्मार्ट प्रोडक्ट्स मदद से ज्यादा परेशानियां खड़ी कर सकते हैं। अपने आप चलने वाला ट्रेश केन को बैट्री की जरूरत होती है और इसके दूसरे पार्ट्स भी बिगड़ते हैं। आपको जिस चीज की जरूरत हो केवल वही खरीदें। कभी-कभी हल्के प्रोडक्ट्स भी अच्छा काम कर जाते हैं।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
See the configuration rather than the price of the device, the quality of the product from customer reviews; Learn 5 things to keep in mind


https://ift.tt/3hdv0bT
https://ift.tt/3hdBgAg