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BHIM ऐप भी असुरक्षित! लीक हो चुका है 72.6 लाख यूजर्स का डेटा, अकाउंट तक पहुंच सकते हैं हैकर्स

सुरक्षा शोधकर्ताओं ने बताया कि मोबाइल भुगतान ऐप BHIM के लगभगलगभग 72.6 लाखयूजर्स का डेटा एक वेबसाइट द्वारा उजागर कर दिया गया था। VPN रिव्यू वेबसाइट vpnMentor की रिपोर्ट में कहा गया है कि उजागर किए गए डेटा में कई संवेदनशील जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, उम्र, लिंग, घर का पता, जाति की स्थिति और आधार कार्ड का विवरण आदि जैसी शामिल हैं।
रविवार को एक ब्लॉग पोस्ट में vpnMentor के सुरक्षा शोधकर्ताओं ने लिखा, "उजागर किए गए डेटा का पैमाना असाधारण है। यह पूरे भारत में लाखों लोगों को प्रभावित करता सकता है। इसका फायदा उठाकर हैकर्स और साइबर अपराधीधोखाधड़ी, चोरी, और हमले को भी अंजाम दे सकते हैं।

शोधकर्ताओं ने डेवलपर्स से दो बार संपर्क कर जानकारी दी

  • हालांकि इस खामी पर उस समय काबू पाया गया जब शोधकर्ताओं ने भारत के कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) को एक महीने में दो बार संपर्क कर इसकी जानकारी दी। जिसकी बाद पिछले महीने यह उल्लंघन बंद कर दिया गया था। BHIM वेबसाइट को CSC ई-गवर्नेंस सर्विसेज लिमिटेड नामक कंपनी ने भारत सरकार के साथ साझेदारी में डेवलप किया है।
  • शोधकर्ताओं ने कहा, "इस मामले में, डेटा एक असुरक्षित अमेज़न वेब सर्विसेस (AWS) S3 बकेट में स्टोर किया गया था। शोधकर्ताओं ने कहा कि S3 बकेट दुनिया भर में क्लाउड स्टोरेज का एक लोकप्रिय रूप है, लेकिन सुरक्षा प्रोटोकॉल स्थापित करने के लिए डेवलपर्स को उनके अकाउंट की आवश्यकता होती है।
  • उन्होंने कहा कि "हम वेबसाइट डेवलपर्स के पास उनकी S3 बकेट में गलत कॉन्फ़िगरेशन की सूचना देने और अपनी सहायता प्रदान करने के लिए पहुंचे। जवाब न मिलने के बाद हमने भारत की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) से संपर्क किया, जो देश में साइबर सिक्योरिटी से संबंधित है, "।

उजागर किया गया डेटा 409GB का था

  • vpnMentor के नोआम रोटेम और रान लोकार की अगुवाई में किए गए शोध में सामने आया कि CSC ने देशभर में BHIM उपयोग को बढ़ावा देने के लिए गलत S3 बकेट से जुड़ी वेबसाइट की स्थापना की और नए व्यापारी व्यवसायों, जैसे मैकेनिक, किसान, सेवा प्रदाता और ऐप पर स्टोर मालिकों को साइन अप किया। उजागर हुए डेटा जिसे पहली बार 23 अप्रैल को सुरक्षा शोधकर्ताओं द्वारा खोजा गया था की मात्रा वॉल्यूम 409GB थी।
  • रिपोर्ट में कहा गया है, "ठीक-ठीक कहना मुश्किल है, लेकिन S3 बकेट में छोटी अवधि (फरवरी 2019) से रिकॉर्ड दर्ज थे। हालांकि, इतने कम समय के भीतर, 70 लाख से अधिक रिकॉर्ड अपलोड और उजागर किए गए थे।

2016 में लॉन्च हुआ था BHIM ऐप

  • BHIM उपयोगकर्ता डेटा का उजागर होने से कोई भी हैकर बैंक के संपूर्ण डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर तक पहुंच बना सकता है, साथ ही इसके लाखों उपयोगकर्ताओं की खाता जानकारी भी ले सकता है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) द्वारा पेश किया गया, ऐप BHIM या भारत इंटरफेस फॉर मनी 2016 में लॉन्च किया गया था।


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हालांकि इस खामी पर उस समय काबू पाया गया जब शोधकर्ताओं ने भारत के कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) को एक महीने में दो बार संपर्क कर इसकी जानकारी दी


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लॉकडाउन में रियायत मिलने के बाद हुंडई ने कुल 12583 और महिंद्रा ने 9560 वाहन बेचे, एमजी मोटर्स की सिर्फ 710 कारें बिकीं

अप्रैल माह में शून्य बिक्री दर्ज कराने के बाद हुंडई, महिंद्रा और एमजी मोटर्स ने मई 2020 में हुई बिक्री के आंकड़े जारी किए। रिपोर्ट के मुताबिक हुंडई ने मई में कुल 12583 कारों की बिक्री की, जिसमें घरेलू बाजार में बिकने वाली 6,883 कारें शामिल हैं, जबकि बाकी 5,700 इकाइयों को दुनिया के विभिन्न हिस्सों में निर्यात किया गया। वहीं महिंद्रा की ओवरऑल बिक्री की बात करें तो मई में कंपनी ने कुल 9,560 वाहन बेचे जबकि पिछले साल इसी महीने महिंद्रा ने 45,421 वाहनों की बिक्री की थी। जबकि सप्लाई चेन बाधित होने के बावजूद एमजी ने मोटर मई 2020 में 710 वाहनों की बिक्री दर्ज की है।

हुंडई मोटर्स

  • हुंडई मोटर इंडिया ने बताया कि देशव्यापी लॉकडाउन के बावजूद कंपनी ने मई 2020 तक कुल 12,583 कारों की बिक्री करने में सफल रही। लॉकडाउन के कारण हुंडई की उत्पादन सुविधाएं और शोरूम बंद हो गए लेकिन सरकार द्वारा दी गई छूट के साथ, हुंडई ने उत्पादन शुरू कर दिया और अब देश भर में कई शोरूम शुरू हो चुके हैं। अत्यधिक लोकप्रिय नई-जनरेशन क्रेटा, वरना फेसलिफ्ट, वेन्यू और ग्रैंड आई 10 निओस सबसे ज्यादा पसंद की गई।
  • रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने कुल 12,583 कारों की बिक्री की, जिसमें घरेलू बाजार में बिकने वाली 6,883 कारें शामिल हैं, जबकि बाकी 5,700 इकाइयों को दुनिया के विभिन्न हिस्सों में निर्यात किया गया था। हालांकि हुंडई ने पिछले साल के इसी महीने में अकेले घरेलू बाजार में 42,502 कारें बेचने में सफल रही। इसका मतलब है कि कार निर्माता को 35,619 इकाइयों द्वारा बिक्री में एक YoY गिरावट का सामना करना पड़ा। हुंडई ने यह भी खुलासा किया है कि नए लॉन्च किए गए दूसरे-जेन क्रेटा को एक जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिसके लॉन्च के बाद से एसयूवी के लिए 24,000 के करीब बुकिंग हुई है।
  • कंपनी वर्तमान में भारतीय बाजार में 11 उत्पाद पेश करता है, जिसमें चार हैचबैक शामिल हैं - सैंट्रो, ग्रैंड आई 10, ग्रैंड आई 10 निओस और एलीट आई 20; तीन सेडान - ऑरा, वरना और एलांट्रा; और चार एसयूवी - वेन्यू, क्रेटा, टक्सन और कोना इलेक्ट्रिक ईवी शामिल हैं। कुल मिलाकर, हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी पूरी लाइन-अप में 15,000 ग्राहक बुकिंग प्राप्त की, जबकि कार निर्माता मई 2020 में 11,000 नई कारों को ग्राहकों तक पहुंचाने में सफल रहा।

महिंद्रा एंड महिंद्रा

  • महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड की ओवरऑल बिक्री (घरेलू + निर्यात) की बात करें तो कंपनी ने मई 2020 में कुल 9,560 वाहन बेचे जबकि पिछले साल इसी महीने कंपनी ने 45,421 वाहनों की बिक्री की थी।
  • पैसेंजर व्हीकल्स सेगमेंट (जिसमें यूवी, कार और वैन शामिल हैं) में, महिंद्रा ने मई 2020 में 3,867 वाहन बेचे, जबकि मई 2019 में कंपनी ने कुल 20,608 वाहन बेचे थे।
  • कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में महिंद्रा ने मई 2020 में 5,170 वाहन बेचे, जबकि मई 2019 में यह आंकड़ा 17,879 वाहन का था। मई 2020 में 484 वाहन निर्यात किए गए।

एमजी मोटर्स

  • सप्लाई चेन बाधित होने के बावजूद एमजी मोटर इंडिया ने मई 2020 में 710 वाहनों की बिक्री दर्ज की है। कंपनी ने अपने हलोल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में लगभग 30 प्रतिशत क्षमता उपयोग के साथ उत्पादन शुरू किया है। कंपनी ने कहा था कि देशभर में 65 फीसदी शोरूम और सर्विस स्टेशन कम मैनपावर के साथ चालू हैं।
  • बिक्री के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए, एमजी मोटर इंडिया के निदेशक - बिक्री, राकेश सिडाना ने कहा, "लॉकडाउन के कारण कुछ डीलरशिप के संचालन, सख्त क्रेडिट फाइनेंसिंग और सप्लाई चेन बाधित होने से मई में हमारी बिक्री को प्रभावित हुई है। उत्पादन हानि के बावजूद, हमारे फ्रंट-एंड रिटेल ऑपरेशन सामान्य कर्मचारियों की ताकत के साथ काम करना जारी रखते हैं। साथ ही हम अपने ग्राहकों के साथ जुड़े रहते हैं जो हेक्टर की डिलीवरी का इंतजार कर रहे हैं और जून में आपूर्ति श्रृंखला सुधार के साथ डिलीवरी को प्राथमिकता देना जारी रखते हैं। जुलाई के बाद से सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हमारे सभी वाहनों के स्टॉक चैनलों और डीलरशिप इन्वेंट्री में BS6 इकाइयां हैं। "
  • अपने 'फेज 2' विस्तार योजना के हिस्से के रूप में, कार निर्माता जून 2020 से पुणे, सूरत, कोचीन, चंडीगढ़, जयपुर और चेन्नई सहित छह नए शहरों में ZS EV की शुरुआत कर रहा है; भारत में 11 बाजारों में शुद्ध इलेक्ट्रिक वाहन की उपस्थिति का विस्तार।


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हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी पूरी लाइन-अप में 15,000 ग्राहक बुकिंग प्राप्त की, जबकि कार निर्माता मई 2020 में 11,000 नई कारों को ग्राहकों तक पहुंचाने में सफल रहा


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AI तकनीक से लैस है डेल Latitude 9510 लैपटॉप, कंपनी का दावा- 34 घंटे बैटरी लाइफ वाला पहला 15 इंच बिजनेस पीसी

डेल टेक्नोलॉजी ने प्रीमियम कमर्शियल पीसी Latitude 9510 को भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है। इस लैपटॉप की खास बात यह है कि ये पूरी तरह से AI (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) तकनीक से लैस है। इसकी शुरुआती कीमत 1.49 लाख रुपए है। मल्टी टास्किंग को और फास्ट बनाने के लिए इसमें Dell Optimizer सॉफ्टवेयर दिया गया है। कंपनी के दावा है कि इस लैपटॉप में 34 घंटे का बैटरी लाइफ मिलती है, जो अन्य किसी भी 15 इंच बिजनेस PC की तुलना में सबसे ज्यादा है।

दो वैरिएंट मिलेंगे
Latitude 9510 दो वैरिएंट्स 2-इन-1 कन्वर्टेबल और क्लैमशेल में लॉन्च किया गया है। यह 5G रेडी डिजाइन और पावरफुल ऑडियो फीचर्स से लैस है। इसके अलावा इसमें इंटेलीजेंट सॉल्यूशन्स दिए गए हैं, जो प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में मदद करेगा।

इंटेलीजेंट फीचर्स से लैस है पीसी
यह पहला ऐसा पीसी है जो 10th Gen Intel vPro प्रोसेसर के साथ आता है। इसमें मशीन अल्युमीनियम फिनिश डिजाइन के साथ डायमंड कट एज दिया गए हैं। यह लैपटॉप 5G रेडी, वाई-फाई 6 जैसे कनेक्टिविटी फीचर्स के साथ आता है। इसमें इनबिल्ट मोबाइल ब्रॉडबैंड कैपेबिलिटीज दी गई है, जिसकी मदद से यूजर्स इसके कहीं से भी इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं। इसमें हीट को एब्जॉर्ब करने के लिए ड्यूल हीट पाइप्स दिए गए हैं, जो कूल टू टच एक्सपीरियंस देता है। हार्डवेयर कॉन्फिगरेशन की बात करें तो ये 8GB रैम, Core i5, 256SSD, 88Whr बैटरी और FHD नॉन टच डिस्प्ले के साथ आता है। सिक्युरिटी के लिए इसमें टच लेस फेस अनलॉक फीचर दिया गया है। इसमें इनबिल्ट मोबाइल ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजी के लिए e-SIM फीचर भी दिया गया है।



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ये 8GB रैम, Core i5, 256SSD, 88Whr बैटरी और FHD नॉन टच डिस्प्ले के साथ आता है


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प्ले स्टोर पर पॉपुलर हुआ फोन से चीनी ऐप हटाने वाला Remove China Apps, 17 मई से अबतक 10 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया

रिमूव चाइना ऐप्स, एक एंड्रॉयड ऐप जो एंड्रॉयड फोन से चीन निर्मित ऐप्स को पहचानने और उन्हें हटाने का दावा करता है। यह भारत में काफी वायरल हो रहा है। ऐप वर्तमान में गूगल प्ले स्टोर की टॉप फ्री ऐप की सूची में सबसे ऊपर है। 17 मई को लॉन्च हुए इस ऐप को अबतक 10 लाख से अधिक यूजर्स डाउनलोड कर चुके हैं। यह ऐसे समय सुर्खियों में आया जब देश में चीन विरोधी भावना अपने चरम पर क्योंकि एक तरफ चीन पर कोरोनोवायरस फैलाने का आरोप है तो दूसरी तरफ भारत-चीन सीमा पर तनाव बढ़ रहा है। इसी भावना के चलते टिकटॉक के विकल्प के तौर पर मित्रों ऐप भी पॉपुलर हो गया था।

क्या है रिमूव चाइना ऐप्स?

  • रिमूव चाइना ऐप्स के निर्माता दावा करते हैं कि ऐप "शैक्षिक उद्देश्यों के लिए विकसित किया गया है" और यह यूजर्स को अपने एंड्रॉयड फोन पर इंस्टॉल ऐप्स किस देश में बने हैं यह पहचान करने की अनुमति देता है। हालांकि, जैसा कि नाम से पता चलता है, यह केवल उन ऐप्स की पहचान करता है जो चीनी कंपनियों द्वारा विकसित किए गए हैं और यूजर्स यदि चाहें तो रिमूव चाइना ऐप के माध्यम से उन्हें अन-इंस्टॉल भी कर सकते हैं।
  • यह ऐप 17 मई को गूगल प्ले स्टोर पर लाइव हो गया था और इसके लॉन्च के बाद से अबतक इसे 10 लाख से अधिक यूजर्स द्वारा डाउनलोड किया जा चुका है। ऐप को काफी हद तक गूगल प्ले स्टोर पर 4.8 रेटिंग के साथ सकारात्मक समीक्षा मिली है।

रिमूव चाइना ऐप्स : इसका क्या मतलब है?

  • रिमूव चाइना ऐप्स गूगल प्ले स्टोप पर डाउनलोडिंग के लिए फ्री में उपलब्ध है। एप्लिकेशन को किसी फंक्शन के लिए लॉगिन की आवश्यकता नहीं होती है और यूजर्स अपने एंड्रॉयड फोन पर चीनी ऐप्स की पहचान करने के लिए "स्कैन" का चयन कर सकते हैं।
  • विशेष रूप से, रिमूव चाइना ऐप केवल गूगल प्ले स्टोर या अन्य थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर द्वारा फोन में इंस्टॉल किए गए एप्लिकेशन का पता लगाता है, न कि चीनी स्मार्टफोन निर्माताओं द्वारा फोन में दिए गए प्री-इंस्टॉल ऐप्स की पहचान करता है।
  • इसके अलावा, रिमूव चाइना ऐप्स को वनटच ऐपलैब्स द्वारा डेवलप किया गया है, यह केवल गूगल प्ले स्टोर पर लिस्टेड है। वनटच ऐपलैब्स का दावा है कि कंपनी जयपुर में स्थित है और डोमेन ऑनरशिप साइट के मुताबिक यह वेबसाइट 8 मई को बनाई गई थी। वनटच ऐपलैब्स वेबसाइट यह भी बताती है कि कंपनी एंड्ऱॉयड और आईओएस ऐप डेवलपमेंट और हाइब्रिड ऐप डेवलपमेंट में सेवाएं प्रदान करती है।

रिमूव चाइना ऐप्स क्यों इतना लोकप्रिय हो रहा है?

  • देश में जब चीन विरोधी भावनाएं बढ़ रही हैं, उस समय रिमूव चाइना ऐप्स को व्यापक रूप से डाउनलोड किया जा रहा है। इस भावना को कई विवादों जैसे कि YouTube बनाम TikTok, भारत-चीन सीमा विवाद, और देश में चल रही कोडिव-19 महामारी द्वारा फैलाया गया है। विशेष रूप से, एक सर्वे ने हाल ही में संकेत दिया कि 67 प्रतिशत भारतीय कोविड-19 महामारी के प्रसार के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते हैं।
  • इसलिए, इन विवादों के कारण, कई भारतीय अब चीनी उत्पादों और फोन ऐप के विकल्प की तलाश कर रहे हैं। हाल ही में गूगल प्ले स्टोर पर Mitron नामक एक अन्य ऐप ने 50 लाख से अधिक डाउनलोड को पार कर लिया है, कई लोगों का मानना ​​है कि चीन के टिकटॉक के लिए भारत की प्रतिक्रिया है, हालांकि हाल ही में आई एक रिपोर्ट में संकेत दिया गया था कि मित्रों ऐप का सोर्स कोड एक पाकिस्तानी फर्म से खरीदा गया है।


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रिमूव चाइना ऐप केवल गूगल प्ले स्टोर या अन्य थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर द्वारा फोन में इंस्टॉल किए गए ऐप का पता लगाता है


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मई 2020 में मारुति सुजुकी ने घरेलू बाजार में बेची 13865 कारें, पिछले साल की तुलना में 89 फीसदी कम; मई 2019 में यह आंकड़ा 1,25,552 यूनिट्स था

अप्रैल 2020 में देश के पूरे ऑटोमोबाइल बाजार में एक ठहराव आ गया था क्योंकि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रोडक्शन और शोरूम बंद हो थे। अप्रैल में मारुति सुजुकी ने शून्य बिक्री दर्ज की थी। हालांकि लॉकडाउन में मिली छूट के बाद मई में कंपनी ने बिक्री में दोबारा गति हासिल करना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक मई में कंपनी ने कुल 18,539 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की है और इनमें से 13,865 यूनिट घरेलू बाजार में बेची गई हैं। हालांकि मई 2019 की तुलना में यह आंकडा 89 फीसदी कम है, क्योंकि पिछले साल इसी महीने कंपनी ने घरेलू बाजार में 1,25,552 कारें बेची थीं।

मारुति सुजुकी ने मई में बेची कुल 18539 यूनिट्स
मारुति सुजुकी, जो अपने 50 प्रतिशत से कम डीलरशिप के साथ काम चला रही है, ने मई 2020 में कुल 18,539 इकाइयों की बिक्री दर्ज की है। इनमें से 13,865 इकाइयां घरेलू बाजार में बेची गईं, 23 इकाइयों को टीकेएम और बाकी को निर्यात किया गया। बता दें कि कार निर्माता ने 12 मई को भारत सरकार द्वारा जारी नई संचालन प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों के तहत ऑपरेशन्स फिर से शुरू किया था। कंपनी के मानेसर स्थित प्लांट में उत्पादन 18 मई को शुरू हुआ, जबकि सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के गुजरात स्थित संयंत्र ने 25 मई को उत्पादन फिर से शुरू किया। मुंद्रा और मुंबई सुविधा के संचालन शुरू होने के बाद निर्यात फिर से शुरू हुआ।

मई 2019 में घरेलू बाजार में कुल 1,25,552 इकाइयां बिकी थीं
उम्मीद के मुताबिक, पिछले महीने दर्ज की गई घरेलू बिक्री मई 2019 में कंपनी के प्रदर्शन के तुलना में बेहद कम है। मई 2019 में कंपनी ने घरेलू बाजार में कुल 1,25,552 इकाइयों की बिक्री दर्ज की थी। यह आंकड़ा मई 2020 में घरेलू बाजार में हुई बिक्री से 10 गुना अधिक है। इसके अलावा, यह अंतर और भी बड़ा हो जाता है यदि आप मई 2018 में मारुति सुजुकी के बिक्री प्रदर्शन को ध्यान में रखते हैं, जहां इसकी 1,63,000 यूनिट बेची गईं।

बेहद कम बुकिंग्स मिल रही हैं
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, मारुति सुजुकी ऑपरेशन्स शुरू करने के बाद से एक सप्ताह में लगभग 6,000 बुकिंग कर रही है। यह पिछले महीने पूरे बाजार को प्रभावित करने वाली प्रतिकूल स्थिति से पहले प्राप्त 4-5,000 बुकिंग की तुलना में बहुत कम है। यह उपभोक्ता हित को दर्शाता है क्योंकि बहुत कम लोग इस समय कार खरीदने की योजना बना रहे हैं।

छोटी कारों में डिमांड में इजाफा हुआ
हालांकि, कंपनी ने यह भी खुलासा किया है कि बड़ी कारों के मुकाबले छोटी कारों की मांग पहले की तुलना में काफी अधिक हो गई है क्योंकि कई फर्स्ट टाइम कार खरीदार हैं जो अंततः वाहन खरीदना चाहते हैं और सार्वजनिक परिवहन पर निर्भरता खत्म करना चाहते हैं। कंपनी ने कार खरीदने की प्रक्रिया के डिजिटलीकरण में भी वृद्धि की है, जो निर्माता को सोशल डिस्टेसिंग के इस युग में मदद करेगा।



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Maruti Suzuki May 2020 Sales Report| Maruti Suzuki sold 13865 cars in the domestic market in May 2020, the figure was 1,25,552 units in May 2019.


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BS6 हीरो प्लेजर प्लस का डिस्क ब्रेक वर्जन होंडा एक्टिवा 6G के STD वर्जन से 7 हजार रुपए सस्ता; एक समान इंजन होने के बाद भी एक्टिवा कम पावरफुल

हीरो मोटोकॉर्प और होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया वर्तमान में देश में सबसे बड़े निर्माता हैं, और दोनों वाहन निर्माता अपने स्कूटर पर बहुत भरोसा करते हैं। एक तरफ प्लेजर प्लस हीरो का सबसे अधिक बिकने वाला स्कूटर है वहीं दूसरी ओर एक्टिवा रेंज लंबे समय तक देश की सबसे लोकप्रिय स्कूटर रेंज रही है। चूंकि दोनों स्कूटर एक समान क्षमता वाले इंजन के साथ आते हैं, इसलिए उनमें से किसी एक को चुनना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। हालांकि, हमनेदोनों स्कूटरों के सभी डिटेल्स पर स्टडी कर उन्हें लिस्ट आउट किया है ताकि आपसुनिश्चित कर सकें कि बीएस6 हीरो प्लेजर प्लस और बीएस6 होंडा एक्टिवा 6G में से आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप कौनबेहतर है...

डायमेंशन
होंडा एक्टिवा 6G हीरो प्लेजर प्लस की तुलना में ओवरऑल बड़ा लगता है, इसमें एडिशनल 64 एमएम लंबाई, 5 एमएम ऊंचाई, 22 एमएम लंबा व्हीलबेस दिया गया है। 16 एमएम एडिशनल ग्राउंड क्लीयरेंस भी एक्टिवा 6G के पक्ष में काम करता है।दूसरी तरफ, हीरो प्लेजर प्लस होंडा एक्टिवा 6G से 7 एमएम चौड़ा और 5 एमएम लंबा है।

डायमेंशन बीएस6 हीरो प्लेजर प्लस बीएस6 होंडा एक्टिवा 6G
लंबाई 1769 एमएम 1833 एमएम
चौड़ाई 704 एमएम 697 एमएम
ऊंचाई 1161 एमएम 1156 एमएम
व्हील बेस 1238 एमएम 1260 एमएम

पावरट्रेन्स

पावरट्रेन्स बीएस6 हीरो प्लेजर प्लस बीएस6 होंडा एक्टिवा 6G
इंजन 110.9 सीसी सिंगल सिलेंडर 109.51 सीसी सिंगल सिलेंडर
पावर 8.1 पीएस 7.8 पीएस
टॉर्क 8.7 एनएम 8.8 एनएम
  • हीरो प्लेजर प्लस 110.9 सीसी एयर-कूल्ड, 4-स्ट्रोक, सिंगल सिलेंडर, ओएचसी, फ्यूल-इंजेक्टेड इंजन से लैस है, जो 7000 आरपीएम पर 8.1 पीएस की मैक्सिमम पावर और 5500 आरपीएम पर 8.7 एनएम पीक टॉर्क जनरेट करता है। इसके सस्पेंशन सेटअप में स्प्रिंग-लोडेड हाइड्रोलिक डैम्पर अप फ्रंट के साथ एक निचला लिंक होता है, और रियर में स्प्रिंग-लोडेड हाइड्रोलिक डैम्पर के साथ स्विंग आर्म होता है। ब्रेकिंग के लिए दोनों टायर्स पर 130 एमएम ड्रम ब्रेक मिलते हैं। स्कूटर के स्पोर्ट्स 90 / 100-10 53J टायर आगे और पीछे दोनों तरफ हैं।
  • दूसरी ओर, होंडा एक्टिवा 6G में 109.5 सीसी फैन कूल्ड, 4 स्ट्रोक, एसआई, सिंगल-सिलेंडर मोटर है, जो 8000 आरपीएम पर 7.8 पीएस की पावर जबकि इसकी 52 एनएम आरपीएम पर 8.8 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है। एक्टिवा को टेलिस्कोपिक फ्रंट सस्पेंशन मिलता है, जो पीछे की तरफ 3-स्टेप एडजस्टेबल स्प्रिंग-लोडेड हाइड्रोलिक सेटअप के साथ है। प्लेजर प्लस की तरह, ब्रेकिंग के लिए दोनों टायर्स पर 130 एमएम ड्रम ब्रेक लगे हैं। हालांकि, जबकि रियर टायर सेक्शन प्लेजर प्लस (90/100 - 10 53J) के समान ही है, लेकिन इसमें बड़ा 90 / 90-12 54J टायर ऊपर की तरफ मिलता है।

फीचर्स

  • फीचर की बात करें तो, हीरो प्लेजर प्लस में मोबाइल चार्जिंग पोर्ट और यूटिलिटी बॉक्स, अलॉय व्हील्स, ट्यूबलेस टायर, साइड स्टैंड इंडिकेटर, रेट्रो-स्टाइल हेडलैंप, एनालॉग स्पीडोमीटर, डुअल-टेक्सचर्ड सीट और एलईडी बूट लैंप मिलता है। इसमें स्मार्ट सेंसरों के साथ हीरो की एक्सेंस टेक्नॉलॉजी भी मिलती है, जो राइडिंग कंडीशन के हिसाब से वाहन के प्रदर्शन को ऑटोमैटिक एडजस्ट करती है।
  • होंडा एक्टिवा 6G को साइलेंट स्टार्टर मोटर, एक्सटर्नल फ्यूल लिड (ढक्कन), इंजन स्टार्ट/स्टॉप स्विच, एलईडी हेडलैंप (केवल डीएलएक्स वैरिएंट में), साथ ही एनालॉग स्पीडो जैसी सुविधाएं मिलती है।

कलर्स

  • बीएस6 हीरो प्लेजर प्लस में तीन मैटेलिक कलर्स- मिडनाइट ब्लैक, स्पोर्टी रेड, पोल स्टार ब्लू और पर्ल सिल्वर व्हाइट ऑप्शन में अवेलेबल हैं। जबकि तीन मैट कलर ऑप्शन- मैट वर्नियर ग्रे, मैट मेटालिक रेड और मैट ग्रीन ऑप्शन भी मिलते हैं।
  • होंडा एक्टिवा 6G छह अलग-अलग पेंट स्कीमों में अवेलेबल है जैसे ग्लिटर ब्लू मैटेलिक, पर्ल स्पार्टन रेड, डैज़ल येलो मैटेलिक, ब्लैक, पर्ल प्रेशियस व्हाइट और मैटे एक्सिस ग्रे मैटेलिक।

कीमत

  • बीएस 6 प्लेजर प्लस की शुरुआती कीमत 55,600 रुपए है, जो इसके ड्रम ब्रेक वैरिएंट की कीमत है जबकि डिस्क ब्रेक वैरिएंट की कीमत 57,600 रुपए (दोनों कीमतें, एक्स-शोरूम) रखी गई है।
  • दूसरी ओर, होंडा एक्टिवा 6G बीएस6 हीरो प्लेजर प्लस डिस्क वैरिएंट से लगभग 7000 रुपए अधिक महंगा है। एक्टिवा 6G के STD वैरिएंट की कीमत 64,464 रुपए रखी गई है, जबकि DLX वैरिएंट की कीमत 65,964 रुपए (दोनों कीमतें, एक्स-शोरूम) है।

हमारी राय

  • भारतीय बाजार में होंडा एक्टिवा की लोकप्रियता बेजोड़ है, और यहां तक ​​कि अपने छठवें अवतार में भी स्कूटर भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाला स्कूटर बना हुआ है। हालांकि, 2020 हीरो प्लेजर प्लस एक मजबूत प्रतियोगी है, क्योंकि स्कूटर को समान सुविधाओं, इंजन के समान सेट के साथ पेश किया गया है और इसकी कीमत होंडा एक्टिवा से बहुत कम है। ऐसे में ज्यादा पैसे खर्च न करते हुए पावरफुल स्कूटर चाहते हैं, तो हीरो प्लेजर प्लस एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।


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प्लेजर प्लस हीरो का सबसे अधिक बिकने वाला स्कूटर है वहीं दूसरी ओर एक्टिवा रेंज लंबे समय तक देश की सबसे लोकप्रिय स्कूटर रेंज रही है


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पाकिस्तानी डेवलपर से 2500 रुपए में खरीदा गया है Mitron ऐप का सोर्स कोड, कंपनी यह कोड लगभग 277 लोगों को बेच चुकी है

पिछले महीने टिकटॉक को टक्कर देने के लिए लॉन्च हुआ Mitron ऐप अब विवादों में है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे भारत में नहीं बनाया बल्कि एक पाकिस्तानी सॉफ्टवेयर डेवलपर Qboxus से खरीदा गया है। हालांकि भारतीय मूल का ऐप कहलाने के कारण इसे भारत में बड़े पैमाने पर डाउनलोड किया जा रहा है। मित्रों नाम से जुड़ी एक दिलचस्प बात यह भी है कि इस शब्द को अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी कई बार बोला जाता है। एक नई रिपोर्ट यह दावा कर रही है कि मित्रों ऐप वास्तव में TicTic ऐप का रीब्रांडेड वर्ज़न है, जिसे Qboxus नामक एक पाकिस्तानी डेवलपर द्वारा बनाया गया था।

अबतक 277 लोग खरीद चुके हैं कोड

  • TicTic ऐप बनाने वाली कंपनी Qboxus के संस्थापक और सीईओ इरफान शेख ने बताया कि उन्होंने ऐप के सोर्स कोड को Mitron के निर्माता को 34 डॉलर यानी लगभग 2,500 रुपए में बेचा है और इसे कोई भी खरीद सकता है। शेख ने आगे बताया कि उनकी कंपनी सोर्स कोड बेचती है, जिससे खरीदार ऐप को कस्टोमाइज़ करते हैं। अभी तक 277 यूजर्स ने इस ऐप का सोर्स कोड खरीद लिया है जो कि CodeCayon प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
  • उन्होंने आगे कहा, 'डेवलपर ने जो किया है, उससे कोई समस्या नहीं है। उन्होंने स्क्रिप्ट के लिए पैसा दिया है और इसका इस्तेमाल किया, जो ठीक है। लेकिन, समस्या उन लोगों से हैं, जो इसे एक भारतीय-निर्मित ऐप बता रहे हैं, जो पूरी तरह से सच नहीं है, क्योंकि डेवलपर्स ने इस ऐप में कोई बदलाव नहीं किया है।'
  • मामला सुर्खियों में आने के बाद कई इन्फोर्मेशन सिक्युरिटी रिसर्चर्स ने दोनों ऐप्स के API और कोड की जांच की तो पता चला कि दोनों ही ऐप्स के API एक जैसे ही हैं जो कि अलग-अलग सर्वर से होस्ट किए जा रहे हैं। जिससे ये बात साफ है कि इस देसी शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप Mitron को QBoxus के सोर्स कोड का इस्तेमाल करके ही डेवलप किया गया है। QBoxus की टीम के मुताबिक, उनका बिजनेस मॉडल लोकप्रिय ऐप्स को क्लोन करके इसके सोर्स कोड को सस्ती कीमत में उपलब्ध कराना है। उन्होंने ये भी दावा किया कि TicTic के सोर्स कोड के 277 कॉपी उन्होंने क्लोन करके बेचे हैं।

दावा किया जा रहा था कि IIT रुड़की के छात्र ने इसे बनाया है

  • मित्रोंं के निर्माता की पहचान की अभी भी पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आईआईटी रुड़की के एक छात्र द्वारा बनाया गया था। गूगल प्ले पर मित्रों ऐप डेवलपर का वेब पेज एक वेबसाइट shopkiller.in पर ले जाता है, जो एक खाली पेज है।

समस्याओं से भरा है ऐप

  • ऐप में किसी प्रकार की प्राइवेसी पॉलिसी भी नहीं है, इसलिए जो लोग इसके लिए साइन-अप कर रहे हैं और अपने वीडियो अपलोड कर रहे हैं - उन्हें पता नहीं है कि उनके डेटा के साथ क्या किया जा रहा है। यदि ऐप द्वारा मांगी जाने वाली अनुमतियों को देखा, तो ये बहुत सारी हैं।
  • ऐप को मिले अधिकांश रिव्यू के अनुसार, इस ऐप का वास्तविक अनुभव बग्स (समस्याओं) से भरा हुआ है। आश्चर्यचकित करने वाली बात यह है कि बग्स की रिपोर्ट करने वाले यूज़र्स ने रिव्यू में ऐप को ज्यादा रेटिंग भी दी है और इसके पीछे का कारण ऐप का भारतीय होना बताया है। इसलिए अब इस बात का सामने आना कि यह ऐप एक पाकिस्तानी डेवलपर से खरीदा गया है, निश्चित तौर पर रेटिंग में गिरावट का कारण बन सकता है।


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भारत में मित्रों ऐप को टिकटॉक के कॉम्पिटीटर के रूप में देखा जा रहा था, इसे 50 लाख यूजर्स डाउनलोड कर चुके हैं


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